tag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post6211041360460544463..comments2023-10-28T20:35:04.817+05:30Comments on गत्यात्मक चिंतन: छोटी छोटी बात में भी मौलिक सोंच के सहारे कोई व्यक्ति आगे बढ सकता है !!संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-47678377125085182382010-03-24T12:39:12.603+05:302010-03-24T12:39:12.603+05:30आपने बिल्कुल सही कहा है! मैं आपकी बातों से पूरी तर...आपने बिल्कुल सही कहा है! मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूँ! बहुत ही बढ़िया और प्रेरक लेख हैं!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-33557855695054748022010-03-23T12:48:11.938+05:302010-03-23T12:48:11.938+05:30सभी लोग ऐसे सोचने लगे तो यक़ीनन आधी समस्याएँ तो दूर...सभी लोग ऐसे सोचने लगे तो यक़ीनन आधी समस्याएँ तो दूर हो ही जाएगी..अच्छी सोच ...RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-35823833376804827022010-03-21T22:12:54.997+05:302010-03-21T22:12:54.997+05:30बढ़िया तरकीब निकाली.बढ़िया तरकीब निकाली.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-3261277182297167092010-03-21T20:01:25.426+05:302010-03-21T20:01:25.426+05:30अच्छी सकारत्मक मौलिक सोच ।अच्छी सकारत्मक मौलिक सोच ।Vinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-24025834848950337942010-03-21T14:57:25.665+05:302010-03-21T14:57:25.665+05:30सार्थक शब्दों के साथ अच्छी सलाह, अभिनंदन।सार्थक शब्दों के साथ अच्छी सलाह, अभिनंदन।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-3199057327790677812010-03-21T14:56:10.763+05:302010-03-21T14:56:10.763+05:30दुनिया में हर बड़ा काम पहले ऐसी ही किसी छोटी सोच स...दुनिया में हर बड़ा काम पहले ऐसी ही किसी छोटी सोच से शुरू हुआ....<br /><br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-39921836640972384002010-03-21T09:19:22.103+05:302010-03-21T09:19:22.103+05:30इसे ही कहते हैं कि आवश्यकता अविष्कार की जननी होत...इसे ही कहते हैं कि आवश्यकता अविष्कार की जननी होती है। और वही व्यक्ति जीवन में सफल होते हैं जो विवेक से काम लेते हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-545876334662512342010-03-21T08:27:43.915+05:302010-03-21T08:27:43.915+05:30सही कह रही हैं...........सही कह रही हैं...........डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-30566674323727483532010-03-21T07:35:27.777+05:302010-03-21T07:35:27.777+05:30बिल्कुल सही जो काम जबरदस्ती करवाया गया यानि कि बचत...बिल्कुल सही जो काम जबरदस्ती करवाया गया यानि कि बचत, वह हमें आत्म अनुशासन से करनी चाहिये पर हमारा मन आजकल की भौतिकता से इस कदर प्रभावित है, कि भविष्य की बचत को भी हम खर्च कर देते हैं। जबकि अगर हम अपने हाथ उस बचत के लिये बाँधे रखेंगे तो कोई न कोई दूसरा रास्ता निकाला जा सकता है, पर अगर आसान सा तरीका अगर हमारे पास होगा तो हम क्यों अपने दिमाग को कष्ट देंगे।<br /><br />बस तो बक्से ने भी वही कार्य किया और उन सभी लोगों को दिमाग चलाने पर मजबूर किया तो उनके कोई काम रुके नहीं, उन लोगों ने किसी न किसी तरह कार्य तो पूरा किया पर बचत भी हो गई।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-85071481885356095682010-03-21T07:28:27.752+05:302010-03-21T07:28:27.752+05:30जी हाँ ..मौलिक सोच से कई वैकल्पिक मगर सरल साधन अपन...जी हाँ ..मौलिक सोच से कई वैकल्पिक मगर सरल साधन अपनाये जा सकते हैं बिना किसी अतिरिक्त दबाव के ...<br />अच्छी सोच ...अच्छा उदहारण ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-55602721297268455582010-03-21T05:50:56.964+05:302010-03-21T05:50:56.964+05:30छोटी छोटी बातों में ही तो जीवन का सार छिपा है.छोटी छोटी बातों में ही तो जीवन का सार छिपा है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com