tag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post6543952192899512405..comments2023-10-28T20:35:04.817+05:30Comments on गत्यात्मक चिंतन: पूरे महीने दिलो दिमाग में दुर्घटनाओं का खौफ छाया रहा !!संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-7075439378557968432010-06-03T10:46:13.145+05:302010-06-03T10:46:13.145+05:30रोचक यात्रा विवरण और मानवीय भावनाओं का वर्णन कर रह...रोचक यात्रा विवरण और मानवीय भावनाओं का वर्णन कर रही उम्दा पोस्टhonesty project democracyhttp://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-7422404810724527232010-06-03T11:49:57.872+05:302010-06-03T11:49:57.872+05:30ईश्वर सहायता करता है उसकी,जो उस पर विश्वास करता है...ईश्वर सहायता करता है उसकी,<br>जो उस पर विश्वास करता है ।<br><br>शुभकामनाएंललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-70423921121213078822010-06-03T12:39:14.220+05:302010-06-03T12:39:14.220+05:30वैसे आशंकाएँ भी दुर्घटनाओं के कारक होते हैंसकुशल व...वैसे आशंकाएँ भी दुर्घटनाओं के कारक होते हैं<br>सकुशल वापसी तो होनी ही थी हम सब की सद्भावनाएँ जो साथ थी.M VERMAhttp://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-48031221289300698872010-06-03T13:07:20.636+05:302010-06-03T13:07:20.636+05:30ऐसी विषम परिस्थितियों में धैर्य ही साथ देता है.......ऐसी विषम परिस्थितियों में धैर्य ही साथ देता है....रोमांचक संस्मरणसंगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-73825474141158019502010-06-03T13:18:29.754+05:302010-06-03T13:18:29.754+05:30कुशल मंगल अपने घर पहुंच गयी। thank god...............कुशल मंगल अपने घर पहुंच गयी। <br><br><br>thank god.............Dr Satyajit Sahuhttp://www.blogger.com/profile/13453843563860464369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-87987853185648201522010-06-03T15:30:19.576+05:302010-06-03T15:30:19.576+05:30इस प्रकार दुर्घटानाओं के क्रम से मन आशांकित तो रहत...इस प्रकार दुर्घटानाओं के क्रम से मन आशांकित तो रहता है,अच्छा हुआ आप सकुशल बोकारो पहुँच गयीं ।vinayhttp://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-2715130579245402412010-06-03T17:12:26.236+05:302010-06-03T17:12:26.236+05:30चलिए कुशलता से आयीं -अंत भला तो सब भला !बेटे को बध...चलिए कुशलता से आयीं -अंत भला तो सब भला !<br>बेटे को बधायी !Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-55897088639690144152010-06-03T18:09:49.544+05:302010-06-03T18:09:49.544+05:30मुझे तो आपके पास बैठकर सकारात्मक ऊर्जा मिल रही थी।...मुझे तो आपके पास बैठकर सकारात्मक ऊर्जा मिल रही थी।<br>आपकी यात्रा मंगलमय रही। <br>प्रणामअन्तर सोहिलhttp://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-519532546924234802010-06-04T03:28:54.481+05:302010-06-04T03:28:54.481+05:30सफ़र के दौरान हम भी ऐसे खौफ़ से गुज़रते हैं..पिछले...सफ़र के दौरान हम भी ऐसे खौफ़ से गुज़रते हैं..पिछले दिनों हवाई यात्रा करते हुए बस मैंगलूर का हादसा याद आ रहा था...मीनाक्षीhttp://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-33329658292877765252010-06-04T03:48:49.600+05:302010-06-04T03:48:49.600+05:30संगीताजी, कष्टप्रद यात्राओं के कारण ही इसे सफर कह...संगीताजी, कष्टप्रद यात्राओं के कारण ही इसे सफर कहते हैं। चलिए अन्त भला तो सब भला।ajit guptahttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-7432699813151765022010-06-04T05:13:02.536+05:302010-06-04T05:13:02.536+05:30सब कुशल मंगल रहा ....शुभकामनायें ...!!सब कुशल मंगल रहा ....<br>शुभकामनायें ...!!वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2552035988740236034.post-34750471542717351772010-06-04T07:48:48.471+05:302010-06-04T07:48:48.471+05:30हम भाग्य और भगवान के भरोसे ही सुरक्षित हैं। यही ह...हम भाग्य और भगवान के भरोसे ही सुरक्षित हैं। यही है यथार्थ्। बहुत ही सुन्दर यात्रा विवरण।सूर्यकान्त गुप्ताhttp://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.com